शीतलहर की चपेट में उत्तर भारत, ठिठुरन बढ़ी


नई दिल्ली। सर्दी का सितम बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो दिनों में रिकार्ड तोड़ पड़ रही सर्दी के बीच बुधवार को शीतलहर ने समूचे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लिया। बर्फीली हवाओं के चलते ठिठुरन बढ़ गई है। अलबत्ता, कुछ राज्यों में हल्की धूप जरूरत निकली, मगर हवाओं के चलते लोगों को राहत नहीं मिली। कोहरा भी कहर बरपा रहा है। तापमान में गिरावट बदस्तूर जारी है। उत्तर प्रदेश में तो सर्दी ने चार लोगों की जान ले ली है। यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने दो दिन स्कूल बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के चलते जनजीवन खासा प्रभावित है।पहाड़ों से निकलकर मैदानी क्षेत्रों तक पहुंची उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल, झारखंड और बिहार सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है। शीतलहर चलने से गलन बढ़ गई है। कोहरे ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इससे ठिठुरन और बढ़ गई है।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के मौसम विभाग के अनुसार 1971 से अब तक 18 दिसंबर को प्रदेश में कभी इतनी ठंड नहीं पड़ी। यहां अधिकतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मध्य प्रदेश के दतिया में न्यूनतम तापमान तो चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सर्दी के आलम का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रदेश में 25 स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। हिमाचल प्रदेश में जनजातीय क्षेत्र केलंग सबसे अधिक ठंडा रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री नीचे पहुंच गया। जम्मू-कश्मीर और लेह में भी पारे में गिरावट दर्ज की गई है।