कोई सुनने को तैयार नहीं पाकिस्‍तान का कश्‍मीर राग


नई दिल्‍ली। कश्‍मीर मसले पर हर बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने फिर से संयुक्‍त राष्‍ट्र में इस मुद्दे को लेकर एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कुरैशी ने एक बार फिर से भारत के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। कुरैशी ने इस खत में लिखा है कि पाकिस्‍तान भारत द्वारा किए गए जम्‍मू कश्‍मीर के बंटवारे को नहीं मानता है। पाक के विदेश मंत्री ने इसको गैरकानूनी घोषित किया है। उनके इस पत्र को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव के अलावा संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद को भेजा गया है। 


फिर लगाए बेबुनियाद आरोप 


पाकिस्‍तान का आरोप है कि पाकिस्‍तान का कहना है कि जम्‍मू कश्‍मीर को बांटकर दो केंद्र शासित प्रदेश बनाना सुरक्षा परिषद प्रस्‍ताव का उल्‍लंघन है। आपको बता दें कि इस मसले पर पाकिस्‍तान द्वारा संयुक्‍त राष्‍ट्र को लिखा गया यह छठा पत्र है। लिहाजा यहां पर ये बताना कोई मायने नहीं रखता है कि पाकिस्‍तान के पहले पांच पत्रों का संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्‍त राष्‍ट्र में क्‍या हष्र हुआ है।


इसलिए बौखलाया है पाकिस्‍तान


दरअसल, अगस्‍‍‍त 2019 को भारत ने जम्‍मू कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 को खत्‍म कर इसका पुनर्गठन का बिल पास किया गया था। इसके तहत जम्‍मू कश्‍मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था। इस घोषणा के बाद से ही पाकिस्‍तान बौखलाया हुआ है। इसकी दूसरी वजह ये भी है कि सरकार ने इस फैसले को लागू करने के दौरान बेहद सावधानी बरती। इस दौरान आतंकियों का सफाया जारी रहा। पाकिस्‍तान की समस्‍या ये है कि भारत लगातार आतंकियों के खिलाफ बेहद आक्रामक रुख अपना रहा है। यही वजह है कि पाकिस्‍तान के लिए उसकी सीमा पर बैठे आतंकियों का भारत में घुसना मुश्किल हो रहा है। इस वजह से पाकिस्‍तान के जम्‍मू कश्‍मीर में अशांति फैलाने के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। वहीं उसकी धुन पर राग अलापने वाले नेता अभी भी नजरबंद हैं।